DAX Index: जर्मनी का शेयर बाजार विस्तार से
जर्मनी का शेयर बाजार, जिसे DAX Index के नाम से जाना जाता है, यूरोप की सबसे महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं में से एक का बैरोमीटर है। यह न केवल निवेशकों के ल...
read moreआंग सान सू की, म्यांमार की एक ऐसी शख्सियत, जिनका नाम सुनते ही लोकतंत्र, संघर्ष और त्याग की भावनाएं मन में उमड़ पड़ती हैं। एक ऐसी महिला, जिन्होंने अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा अपने देश में लोकतंत्र की स्थापना के लिए समर्पित कर दिया। उनकी कहानी प्रेरणादायक भी है और दुखद भी।
आंग सान सू की का जन्म 19 जून 1945 को रंगून (अब यांगून) में हुआ था। उनके पिता, आंग सान, बर्मा (अब म्यांमार) की स्वतंत्रता के नायक थे। उनकी हत्या तब कर दी गई थी जब सू की सिर्फ दो साल की थीं। पिता की विरासत ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री हासिल की। विदेश में रहने के दौरान भी, उनका दिल हमेशा म्यांमार के लिए धड़कता रहा।
1988 में, अपनी बीमार माँ की देखभाल के लिए सू की म्यांमार लौटीं। उसी समय, म्यांमार में सैन्य शासन के खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन शुरू हो गया था। सू की, अपने पिता की विरासत और लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण, इस आंदोलन में कूद पड़ीं और जल्द ही लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की नेता बन गईं। यह एक ऐसा मोड़ था जिसने उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया।
सू की की लोकप्रियता तेजी से बढ़ने लगी, जिससे सैन्य शासन घबरा गया। 1989 में, उन्हें पहली बार नजरबंद कर दिया गया। अगले 21 वर्षों में से, उन्होंने 15 साल नजरबंदी में बिताए। इस दौरान, उन्हें अपने परिवार से दूर रहना पड़ा, अपनी माँ की मृत्यु पर शामिल नहीं हो पाईं और अपने पति को आखिरी बार नहीं देख पाईं।
नजरबंदी के दौरान, सू की को दुनिया भर से समर्थन मिला। उन्हें 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नोबेल समिति ने उन्हें "अपनी जनता के बीच लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए अहिंसक संघर्ष की एक उत्कृष्ट उदाहरण" बताया। यह पुरस्कार म्यांमार के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के लिए एक बड़ी जीत थी और इसने सू की को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतीक बना दिया।
हालांकि, पुरस्कार मिलने के बाद भी, सू की की नजरबंदी जारी रही। सैन्य शासन उन्हें रिहा करने को तैयार नहीं था, क्योंकि वे उन्हें अपने शासन के लिए एक खतरा मानते थे। सू की ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी नजरबंदी के दौरान भी लोकतंत्र के लिए अपनी आवाज बुलंद रखी।
2010 में, सू की को आखिरकार रिहा कर दिया गया। उनकी रिहाई के बाद, म्यांमार में राजनीतिक सुधारों की प्रक्रिया शुरू हुई। 2012 में, उन्होंने संसद का चुनाव जीता और सांसद बनीं। 2015 में, उनकी पार्टी, नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी), ने ऐतिहासिक जीत हासिल की और सरकार बनाई। सू की, राष्ट्रपति नहीं बन सकीं क्योंकि उनके बच्चे विदेशी नागरिक थे, लेकिन उन्हें स्टेट काउंसलर का पद दिया गया, जो प्रभावी रूप से देश का नेता था।
सरकार में आने के बाद, सू की को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों ने उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि को धूमिल कर दिया। कई लोगों ने उनकी आलोचना की कि उन्होंने रोहिंग्या संकट को पर्याप्त रूप से संबोधित नहीं किया।
2021 में, म्यांमार की सेना ने तख्तापलट कर दिया और सू की को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस तख्तापलट ने म्यांमार में लोकतंत्र की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सू की को कई आरोपों में दोषी ठहराया गया है और उन्हें लंबी जेल की सजा सुनाई गई है। आंग सान सू की की गिरफ्तारी और सजा की दुनिया भर में निंदा हुई है।
आंग सान सू की की कहानी एक जटिल और विवादास्पद कहानी है। वे एक नायक भी
With Teen Patti Master, enjoy real-time poker thrills 24/7. Whether you're on the go or relaxing at home, the game is always within reach.
Teen Patti Master offers exciting variations like Joker, Muflis, and AK47. Each mode brings a fresh twist to keep you engaged.
Show off your skills in every round! Teen Patti Master gives you chances to earn chips, bonuses, and even real cash prizes.
Play worry-free. Teen Patti Master ensures a secure environment with anti-cheat systems and smooth, lag-free performance.
जर्मनी का शेयर बाजार, जिसे DAX Index के नाम से जाना जाता है, यूरोप की सबसे महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं में से एक का बैरोमीटर है। यह न केवल निवेशकों के ल...
read moreआज के दौर में, महिलाओं का सशक्तिकरण एक महत्वपूर्ण विषय है, और सरकारें इस दिशा में कई प्रयास कर रही हैं। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण पहल है मुख्यमंत्री महिला ...
read moreभारतीय शेयर बाजार में कई कंपनियां लिस्टेड हैं, जिनमें से कुछ टेक्नोलॉजी सेक्टर से जुड़ी हैं। आज हम बात करेंगे orient technologies share के बारे में। य...
read moreचांदी, सदियों से, न केवल एक मूल्यवान धातु रही है बल्कि भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग भी रही है। शादियों से लेकर त्योहारों तक, और नि...
read moreट्रेन की यात्रा, अपने आप में एक अनुभव है। बचपन में, जब भी छुट्टियों में नानी के घर जाना होता था, तो सबसे ज़्यादा ख़ुशी ट्रेन में बैठने की होती थी। खिड़की...
read moreहथियार, मानव इतिहास का एक अभिन्न अंग रहे हैं। आदिम पत्थरों से लेकर आधुनिक मिसाइलों तक, हथियारों का विकास मानव सभ्यता के साथ-साथ हुआ है। जबकि उनका उपयो...
read more